लखनऊ: राजधानी में शनिवार को ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल संचालकों की परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक हुई. अब ड्राइिवंग ट्रेनिंग स्कूल सिर्फ प्रशिक्षण ही नहीं देंगे, लोगों को सुरक्षा का पाठ भी पढ़ाएंगे. इसके लिए संचालकों को निर्देश भी दिए गए है.
बैठक में उप परिवहन आयुक्त ने सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल संचालकों को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है. ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल के माध्यम से सड़क सुरक्षा का अभियान अब सतत जारी रहेगा. ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल के संचालक हर महीने अपने यहां ट्रेनिंग लेने वालों के साथ आस-पास की जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक भी करेंगे. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल लखनऊ के विभिन्न इलाकों में स्थित हैं. इन स्कूलों के संचालक अपने क्षेत्र में रहने वालों को कैम्प लगाकर सड़क सुरक्षा की जानकारी देंगे. हर महीने स्कूल संचालक कम से कम 50 लोगों को सड़क सुरक्षा की जानकारी देकर जागरूक करेंगे. करीब 24 से ज्यादा स्कूल राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में हजार से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा संबंधी जानकारी दे सकेंगे. ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल ने सड़क सुरक्षा का कैम्प लगाने की तैयारी कर ली है.
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लखनऊ के विभिन्न इलाकों में ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल हैं. इससे ज्यादा लोगों को सड़क सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जा सकेगी. लोगों के जागरूक होने पर दुर्घटनाओं में कमी आएगी. क्षेत्रीय लोग जागरूक होकर अपने बच्चों को भी यातायात नियमों के पालन का पाठ पढ़ाएंगे. अभियान लगातार जारी रहेगा, इसकी रिपोर्ट स्कूल प्रबंधकों को मुख्यालय के अधिकारियों को देनी होगी. यातायात नियमों के प्रति लोग जागरूक होंगे. सड़क पर बने प्रतीक चिन्हों की उन्हें आसानी से जानकारी हो सकेगी.
लखनऊ जोन के उप परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल संचालकों को निर्देश दिया गया है, वे लोगों को सड़क सुरक्षा संबंधी जानकारी दें. वह अपने ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल के आस-पास रहने वाले लोगों के लिए कैम्प आयोजित करेंगे.
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